चांद जैसा उमला हुआ
चांद की रोशनी जिस तरह
हर दिशा फैलती है।
उसी तरह मेरी खुशबू फैलती है।
में हूं मोगरा
दिखाने में चांद जैसा
एक ही बेलपे आते है
हजारों फुल मेरे
जैसे आकाश में
हजारों चांदनी की तरह
में हूं मोगरा
आकाश में बैठे ग्रहोंन की तरह
लेकिन में रहता हूं
पृथ्वी पर
किंव की धरती ने
मुझे जखडा हुआ है।
तुम्हारी तरह
में हु मोगरा
टीम-टीमाते तारों की तरह
टीम-टीमाता हुआ
इसी लिये
में हूं
मोगरा
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